Majority Armed Forces में stress management एक important issue है क्योंकि इसका सामना करना फौजियों के लिए विशेष रूप से challenging होता है। हाल के वर्षों में उनकी stress से जुड़ी issue काफी बढ़ गई हैं। 2017 से 2023 के बीच, 800 से अधिक फौजियों ने suicide कर ली, जो इस issue की गंभीरता को दर्शाता है।
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इस problem को समझकर, रक्षा मंत्रालय ने 2009 में mental health program शुरू किया। इसका मुख्य उद्देश्य फौजियों को stress management में help करना है और उन लोगों की पहचान करना है जो combat stress के high risk पर हैं।
2020 में, एक army officer द्वारा United Service Institution of India में published एक study ने दिखाया कि पिछले दो दशकों में फौजियों में stress का level काफी बढ़ गया है। इस study ने साफ किया कि operational और non-operational stress के कारण इस issue में वृद्धि हुई है।
Operational stress वह situations होती हैं जो directly युद्ध और mission से जुड़ी होती हैं, जैसे निरंतर तैयारी, लंबी deployments, और conflict situations। इनका सामना करने के लिए फौजी को physical और mental toughness की आवश्यकता होती है।
Non-operational stress वह situations होती हैं जो personal और family life से जुड़ी होती हैं, जैसे fauji families से दूरी, financial problems, और career progression की चिंताएँ।
हमारे फौजियों की manpower post-COVID कम हो रही है। बिना multi-skilled soldiers के अब सही से काम नहीं हो पा रहा है। इसके बावजूद, on-the-job training (OJT) के कारण और काम का pressure बढ़ते जा रहा है। हमारे फौजी हमारे देश का asset हैं और इसीलिए उन्हें empower और तैयार रखना हमारी responsibility है।
इस स्थिति में, हमें अपने फौजियों को बेहतर training और resources उपलब्ध कराकर उन्हें multi-skilled बनाना होगा ताकि वे हर चुनौती का सामना कर सकें। उन्हें latest technology और strategies से अवगत कराना बेहद जरूरी है ताकि वे अपने काम को और बेहतर तरीके से कर सकें। इसके साथ-साथ, इनका mental health पर काम करना भी बहुत ही important है।
हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे फौजी मानसिक रूप से स्वस्थ और मजबूत रहें, ताकि वे किसी भी परिस्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकें। उनके लिए stress management programs, counseling services और relaxation techniques को integrate करना आवश्यक है, जिससे उनकी overall well-being बनी रहे।
हमारी society और खासकर armed forces में mental health issues के लिए मदद मांगना अभी भी taboo है। Adjutant General Branch ने 13 दिसंबर 2021 की advisory में इन मुद्दों को holistic तरीके से manage करने की सलाह दी है। हमें भरोसा है कि ये recommendations और Tele MANAS helpline फौजी परिवारों के लिए बहुत मददगार साबित होंगी।
आखिरकार, हमें अपने फौजियों की mental health को गंभीरता से लेना चाहिए और उनके solution के लिए positive steps उठाने चाहिए। हमारे fauji हमारे देश की शान हैं और उनकी mental और physical health हमारी priority होनी चाहिए।
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Fauji Family के मानसिक स्वास्थ्य के लिए नई पहल (faujibeats.com)
जय हिंद!